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अधिकतर पूछे जाने वाले प्रशन

प्रशन 1 :भांडागारन विकास  और विनियामक  प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) का गठन किस  प्रकार से किया  गया है?

उत्तर: भांडागारन विकास और विनियामक प्राधिकरण की स्थापना भाांडागारण (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 2007 के अधीन की गई थी। प्राधिकरण में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एक अध्यक्ष तथा दो पूर्णकालिक सदस्य हैं । प्राधिकरण का वर्त्तमान गठन  इस प्रकार है

 

नाम

पदनाम

कार्यभार ग्रहण करने की तारीख

श्री टी. के. मनोज कुमार, आई.ए.एस

अध्यक्ष

22.11.2021

श्री मुकेश कुमार जैन

सदस्य 

23.03.2022

 

श्री अरुण कुमार श्रीवास्तव

सदस्य 

14.12.2022

 

 

प्रशन 2 : भांडागारन विकास और विनियामक प्राधिकरण (डब्ल्यडूीआरए) का लक्ष्य और उद्देश्य क्या है?

उत्तर: डब्ल्यडूीआरए का लक्ष्य  भाांडागारण क्षेत्र की वृद्धि तथा विकास द्वारा  किसानो के हितों को सनुिश्चित करना है। प्राधिकरण के  मुख्य उद्द्येश्यों में जमाकर्ताओं  एवं  बैंको का वित्तीय विश्वास बढ़ाना , ग्रामीण क्षेत्रो में  नकदी में वृद्धि करना , बस्तुओं  के वैज्ञानिक  भण्डारण को बढ़ावा , वित्तपोषण की लागत कम करना , छोटी एवं  कुशल  आपूर्ति श्रंखलाओ को बढ़ावा देना , ग्रेडिंग एवं क्वालिटी के लिए प्रतिफलों में वृद्धि करना  और उत्पादो के लिए बेहतर मूल्य जोखिम प्रवंधन सुनिश्चित करना शामिल है ।

 

प्रशन 3: किसानो के लिए परक्राम्य भाांडारण रसीद (एनडब्ल्यआर ) किस  प्रकार मददगार है?

उत्तर: डब्ल्यडूीआरए द्वारा  जारी परक्राम्य भाांडागार रसीद (एनडब्ल्यआर ) फसल कटाई के तुरंत बाद सघन विपणन के समय  किसानो  द्वारा अपने उत्पादों को मजबूरन बेचने से तथा फसल के बाद की भांडारण हानि से बचाव  के लिए एिडब्ल्यआू र के विरुद्ध बैंकों से ऋण लेने में उनकी  मदद करती है।

 

प्रशन 4: अधिननयम के अंतर्गत अधिसधूित बस्तुओ की संख्या  क्या है?

उत्तर: प्राधिकरण ने  परक्राम्य भाांडागार रसीद जारी करिे के लिए अनाज , डालें , तिलहन , मसाले , रबड़, तम्बाकू , काफी आदि  सहित 123 कृषि  बस्तुओ एवं  को्ड स्टोरेज के लिए 26 बागवानी बस्तुओ को भी अधिसधूित किया गया है।

 

प्रशन 5: भांडागारन (विकास  और विनियामक) अधिननयम, 2007 के अधीन कितने भाण्डागार पंजीकृत किये गए  है?

उत्तर: स्थापना से प्राधिकरण द्वारा   105.5 लाख मीट्रिक टन  क्षमता के 1902 भाडांगार पंजीकृत किये गए हैं। इनमे  से 274 भाांडागार केंद्रीय भांडारण निगम, 194 राज्य भांडारण निगमों, 1164 निजी भाांडागार तथा 261 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों  / एफ.पी.ओ के हैं तथा 9 को्ड स्टोरेज हैं। अब तक 62 लाख  मीट्रिक  टन  भांडारण क्षमता  वाले  745 भाांडागारों के  वैध पंजीकरण  है।

 

प्रशन 6: क्या परक्राम्य भाांडागार रसीद (एनडब्ल्यआू र) पर फसल कटाई के बाद भांडारण ऋण उपलब्लि है?

उत्तर: किसानो  को अपने उत्पादो की मज़बूरी में बिक्री न करनी पड़े  तथा वे  भाण्डागार रसीद के अंतर्गत अपनी उपज को भाांडागारों में भंडारित करने के लिए प्रोत्साहित हों, इसे ध्यान  में रखते हुए किसान क्रेडिट कार्ड रखने वाले छोटे एवं सीमान्त किसानो को  परक्राम्य भाांडागार रसीद पर छह महीने के लिए 7% कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त करने का लाभ  उपलब्ध  कराया गया है।

 

प्रशन 7: भांडागारन (विकास  और विनियमन ) अधिननयम, 2007 के अंतर्गत अब तक कौन से नियम और विनियम अधिसधूित हैं ?

उत्तर: भांडागारन (विकास और विनियमन ) अधिनियम, 2007 के अन्तगणत निम्नलिखित  नियमों और विनियमो को अधिसधूित किया गया है:-

क) भांडागारन (विकास  और विनियमन ) अधिननयम, 2007

 

नियम

  1. भांडागारण (विकास और विनियमन) भांडागार पंजीकरण ( संशोधन) नियम, 2017
  2. भांडागारण (विकास और विनियमन) भांडागार पंजीकरण नियम, 2017
  3. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों की नियुक्ति (संशोधन) नियम, 2013
  4. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यो के नियुक्ति नियम, 2013
  5. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यो के वेतन, भत्ते तथा अन्य सेवा निबंधन तथा शर्ते नियम, 2010
  6. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यो के वेतन, भत्ते तथा सेवा निबंधन एवं शर्ते नियम ( संशोधन), 2012
  7. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण वार्षिक रिपोर्ट तथा विवरणियाँ नियम, 2010
  8. भांडागारण (विकास और विनियामक) प्राधिकरण वार्षिक लेखा विवरण तथा अभिलेख नियम, 2010
  9. भांडागारण (विकास और विनियमन) अपीली प्राधिकारी प्रक्रिया नियम, 2010

 

विनियम

 

  1. भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण (इलेक्ट्रोनिक परक्राम्य भांडागार रसीद) विनियम, 2017
  2. भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण (बैठकें) विनियम, 2012
  3. भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण (अधिकारियो तथा अन्य कर्मचारियों) की सेवा शर्ते विनियम, 2016
  4. डबल्यूडीआरए द्वारा भांडागार

 

प्रशन 8: इलेक्ट्रोनिक परक्राम्य भांडागार रसीदे कैसे जारी की जाती हैं ?

उत्तर: प्राधिकरण ने 26 सितंबर, 2018 से इलेक्ट्रोनिक परक्राम्य भांडागार रसीद प्रणाली आरंभ की है। इसके लिए दो रिपोजिटरीज अर्थात मैसर्स सीसीआरएल (सीडीएसएल) द्वारा प्रायोजित ) और मैसर्स एनआरएल (एनसीडीईएक्स द्वारा प्रायोजित ) को लाइसेंस देकर आईटी आधारित इको सिस्टम में माइग्रेट किया जाता है। सभी पंजीकृत भांडागार जमा के विरुद्ध ई-एनडब्ल्यूआर जारी करने के लिए रिपोजिटरी सिस्टम पर चढ़े हुए हैं। जमकर्ता बैंको से अन्तनिर्हित वस्तुओं के विरुद्ध ऋण प्राप्त करने के लिए ई-एनडब्ल्यूआर का उपयोग कर सकता है। रिपोजिटरी द्वारा ग्रहणाधिकार चिन्हित किया जाएगा।

 

प्रशन 9: डब्ल्यूडीआरए की भांडागारण सलाहकार समिति के सदस्य कौन हैं ?

  1. अध्यक्ष, भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण                                                   -अध्यक्ष
  2. सदस्यगण, भांडागारण विकास एवं विनियामक प्राधिकरण                                                 -सदस्य
  3. अपर सचिव एवं वित्तीय सलाहकार खाद्यऔर सार्वजनिक वितरण विभाग                     -सदस्य
  4. अध्यक्ष, फारवर्ड मार्केट कमिशन                                                                                         -सदस्य
  5. संयुक्त सचिव (भंडारण),खाद्यऔर सार्वजनिक वितरण विभाग                                   -सदस्य
  6. संयुक्त सचिव / कृषि विपणन सलाहकार, कृषि एवं सहकारिता विभाग                        -सदस्य
  7. संयुक्त सचिव (उपभोक्ता मामले) उपभोक्ता मामले विभाग                                               -सदस्य
  8. प्रबंध निदेशक, केंद्रीय भंडारण निगम                                                                  -सदस्य
  9. महानिदेशक, भारतीय मानक ब्यूरो                                                                     -सदस्य
  10. प्रबंध निदेशक, भारतीय कृषि बीमा कम्पनी                                                          -सदस्य
  11. भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधि                                                                                             -सदस्य
  12. राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के प्रतिनिधि महाप्रबंधक के स्तर से नीचे के

का अधिकारी न हो

  1. भारतीय वाणिज्यिक एवं उद्योग परिसंघ के प्रतिनिधि                                                     -सदस्य
  2. भारतीय  उद्योग संघ के प्रतिनिधि                                                                                         -सदस्य
  3. कृषक संघ के प्रतिनिधि                                                                                                         -सदस्य
  4. सहकारी समितियों के प्रतिनिधि                                                                                          -सदस्य
  5. निदेशक, भांडागारण विकास और विनियामक प्राधिकरण                                     -सदस्य/सचिव

 

प्रशन 10: सलाहकार समिति के क्या कार्य हैं ?

उत्तर: भांडागारण (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 2007 की धारा 34(1) के अनुसार डब्ल्यूडीआरए निम्नलिखित के लिए भांडागारण सलाहकार समिति का गठन कर सकता है:-

  1. धारा 51 के तहत विनियमन के मामले में डब्ल्यूडीआरए को सलाह देना
  2. इस अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सिफ़ारिशे करना
  3. ऐसे मामलों पर सलाह देना जो प्राधिकरण द्वारा संदर्भित किए जाएँ

 

प्रशन 11: डब्ल्यूडीआरए के पास पंजीकरण करना किस के लिए आवश्यक है ?

उत्तर: भांडागारण (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 2007 की धारा 3, उपधारा (1) (2) में प्रावधान किया गया है कि कोई भी व्यक्ति जब तक संबंधित भांडागार / भांडागारों के संबंध में निर्धारित मानक पूरे करने के पश्चात् पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं कर लेता अथवा इस अधिनियम के अधीन प्राधिकरण द्वारा पंजीकरण प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता तब तक वह भांडागार का कारोबार शुरू नहीं कर सकता अथवा परक्राम्य  भांडागार रसीद जारी नहीं कर सकता।

 

प्रशन 12: डब्ल्यूडीआरए के पास भांडागारों के पंजीकरण के लिए क्या आवश्यकताएं है?

उत्तर: भांडागार चलाने वाले वे व्यक्ति अथवा संगठन जो निम्नलिखित मापदंड पूरे करते हैं, डब्ल्यूडीआरए के पास अपने भांडागार पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं:-

 

  1. भांडागार का निर्माण भारतीय मानक ब्यूरो / केंद्रीय  भंडारण निगम / भारतीय खाद्य निगम के मानको के अनुसार किया गया है तथा भंडारण योग्य है।
  2. स्टॉक तथा परिसर के लिए समस्त सुरक्षा व्यवस्था है
  3. भांडागारण मे पर्याप्त अनुभव रखने वाली अपेक्षित जनशक्ति है
  4. स्टॉक के वजन, ग्रेडिंग और परिक्षण के लिए अपेक्षित अवसंरचना उपलब्ध है
  5. इकाई की अपनी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) है या डब्ल्यूडीआरए की मॉडल मानक संचालन प्रक्रिया अपनाई गई है
  6. आग, बाढ़, चोरी , सेंधमारी, गबन, हड़ताल अथवा आतंकवाद के विरुद्ध स्टॉक के लिए पर्याप्त बीमा लिया गया है।
  7. प्राधिकरण द्वारा निर्दिष्ट नेटवर्थ है।
  8. भांडागार द्वारा  जारी परक्राम्य भांडागारों रसीदों को सुरक्षित करने के लिए प्राधिकरण द्वारा विनिर्दिष्ट प्रतिभूमि जमा प्रस्तुत की गई है।
  9. भांडागारण कारोबार करने के लिए स्थानीय कानूनों का अनुपालन होता है।
  10. प्राधिकरण द्वारा निर्धारित अपने जमाकर्ता को जाननेप्रक्रिया अपनाई गई है

 

प्रशन 13: भांडागार के पंजीकरण के लिए आवेदन शुल्क क्या है?

उत्तर: विभिन्न क्षमता के भांडागारों के लिए आवेदन शुल्क का विवरण इस प्रकार है:-

पंजीकरण की इकाई

शुल्क (अप्रतिदेय)

प्रत्येक भांडागार जिसकी क्षमता 10,000 टन या कम है

20,000 रु

प्रत्येक भांडागार जिसकी क्षमता 10,000 मी. टन से अधिक लेकिन 25,000 से कम है

25,000 रु

प्रत्येक भांडागार जिसकी क्षमता 25,000 टन से अधिक है

30,000 रु

 

जहां आवेदक भांडागारपाल कृषक उत्पादक संगठन अथवा सहकारी समिति  है, उसके लिए प्रति भांडागार पंजीकरण अप्रतिदेय शुल्क 5,000/- रु होगा।

 

प्रशन 14: भांडागारों के पंजीकरण के लिए कितने नेटवर्थ आवश्यकता है?

उत्तर: भांडागारों की विभिन्न क्षमता के लिए नेटवर्क आवश्यकता निम्नानुसार है:-

 

नेटवर्थ

भंडारण क्षमता (टन में)

आवश्यकता

(नेटवर्थ करोड़ रु में )

1000 से कम

0.1

1001 – 3000

0.25

3001 – 5000

0.50

5001 – 7000

1.00

7001 – 10000

2

10001 – 15000

5

15001 – 25000

10

25001 – 75000

20

75001 – 1,50,000

30

1,50,001 – 5,00,000

50

50,00,000 तथा अधिक

100

 

जहां आवेदक भांडागारपाल कृषक उत्पादक संगठन अथवा सहकारी समिति है, उसके लिए नेटवर्थ का सकारात्मक होना आवश्यक है।

प्रशन 15: प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों/ किसान उत्पादक संगठनो के स्वामित्व वाले भांडागारों के लिए क्या वित्तीय छूट दी गई है ?

उत्तर: प्राथमिक कृषि सहकारी समतियों तथा किसान उत्पादक संगठनो को अपने भांडागारों का पंजीकरण करने के लिए निम्नलिखित वित्तीय छूट दी गई हैं :-

  1. अन्य भांडागारों के लिए जाने वाले 20,000/- रु से 30,000/- रु पंजीकरण शुल्क की तुलना में इनके लिए पंजीकरण शुल्क केवल 5,000/- रु है।
  2. भंडारण क्षमता चाहे जितनी हो, केवल नेटवर्थ सकारात्मक होनी चाहिए जबकि दूसरों के लिए भांडागार की क्षमता के अनुसार नेटवर्थ विनिर्दिष्ट की गई है।
  3. बैंक गारंटी अथवा बैंक सावधि जमा के रूप में प्रतिभूति जमा प्रति भांडागार 50,000/- रु है (भांडागार द्वारा जारी परक्राम्य भांडागार रसीदों का मूल्य चाहे जो हो) जबकि अन्य के लिए एक लाख रुपए तथा जारी परक्राम्य भांडागार रसीदों के मूल्य का प्रतिशत है।
  4. डब्ल्यूडीआरए द्वारा भांडागार प्रबन्धको / पर्यवेक्षको का प्रशिक्षण ।

 

प्रशन 16: प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों द्वारा चलाए जा रहे कम क्षमता वाले भांडागारों का पंजीकरण करने हेतु उन्हें क्या छूट प्रदान की गई है ?

उत्तर: पी सी एस द्वारा चलाये जा रहे कम क्षमता वाले भांडागारों का पंजीकरण करने के लिए निम्नलिखित छूट प्रदान की गई है:-

यदि भांडागार ऐसी निकासी वाले स्थान पर स्थित है जहां बाढ़ / पानी भरने की घटना नहीं हो सकती तथा नमी आने की संभावना नहीं है तो, प्लिंथ की ऊंचाई कम से कम 30 से.मी. स्वीकार्य है।

  1. पंजीकृत किए जाने वाले प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के भांडागारों के मामले में क्षमता की न्यूनतम सीमा 100 मी. टन होगी।
  2. वाहनों की पार्किंग तथा उनके घूमने के स्थान की उपलब्धता पर बल नहीं दिया जाएगा।
  3. भांडागारों में चट्टा-योजना इस प्रकार होनी चाहिए कि गलियारो के लिए सही मात्रा में स्थान छोड़ा गया हो।
  4. भांडागार में माल के भंडारण तथा परिरक्षण के लिए सोसाइटी के सचिव के अलावा एक और सदस्य (पूरे समय के लिए अथवा पार्टटाइम आधार पर) लगाया गया होना चाहिए।
  5. सुरक्षा गार्डो की उपलब्धता वांछनीय है लेकिन भांडागार के पंजीकरण के लिए इसे आवश्यक नहीं माना जाता है।
  6. पक्की चारदीवारी / कंटीले तारो की बाड़ पर बल नहीं दिया जाएगा। तथापि भांडागार में स्टॉक की सुरक्षा संरक्षा के लिए ताले लगाने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
  7. 500 मी. टन क्षमता वाले पीएससीएस भांडागार में कम से कम एक अग्निशामन उपकरण (आवश्यक प्रकार का) तथा छह आग बुझाने वाली बाल्टियाँ होनी चाहिए।